बालूमाथ (लातेहार)। देशभर में श्रमिक संगठनों की हड़ताल का असर बुधवार को बालूमाथ स्थित मगध-संघमित्रा कोल परियोजना में भी देखने को मिला. परियोजना से जुड़े दो तिहाई कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे. जिससे कोयले का उत्पादन, लोडिंग व डिस्पैच पूरी तरह प्रभावित हुआ. हड़ताल में शामिल श्रमिकों ने बैनर-पोस्टर के साथ प्रदर्शन किया और ठेका कर्मियों को स्थायी करने, वेतन पुनरीक्षण, बोनस, ईएसआई सुविधा जैसे मुद्दों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ आवाज़ बुलंद की. प्रबंधन की अपील के बावजूद अधिकांश कर्मी कार्य पर नहीं लौटे. यूनियन नेताओं ने चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन तेज होगा.