


जब इस बात की जानकारी श्री अग्रवाल को मिली तो वे स्वयं ब्लड बैंक पहुंच कर अपना ओ नेगेटिव रक्त दान किया. श्री अग्रवाल ने बताया कि यह उनका 44 वां रक्तदान है. वे हर तीन महीने के अंतराल में रक्तदान करते हैं. श्री अग्रवाल ने कहा कि यह भ्रांति है कि रक्तदान करने से इंसान कमजोर होता है. उन्होने कहा कि रक्तदान करने से कई बार बीमारियों का पता समय से पहले ही चल जाता है. उन्होने कहा कि हर स्वस्थ्य मनुष्य हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है. उन्होने खास कर युवाओं से रक्तदान करने के लिए आगे आने की अपील की. कहा कि रक्तदान महादान है, आपके द्वारा किये गये रक्तदान से किसी की जान बच सकती है. 