


जानकारी के अनुसार तीन युवक कुलगड़ा ग्राम में ऋतिक उर्फ बिक्की के प्रज्ञा केंद्र में पहुंचे. उन्होने उसे 50 हजार रूपये निकासी की बात कही. इस पर बिक्की ने कहा कि अभी उसके पास मात्र 30 हजार रूपये हैं. तीनों युवकों ने 30 हजार की ही निकासी करने की बात कही. इसके बाद बिक्की निकासी की प्रकिया शुरू किया. इस दौरान उसे उन तीनों की बातचीत व गतिविधियों पर संदेह हुआ. उसने उन युवकों से उनका आधार कार्ड मांगा.
आधार कार्ड मांगे जाने पर तीनों युवक वहां से फरार हो गये. लेकिन ग्रामीणों ने उनमें एक को पकड़ लिया. उसके पास बरामद आधार कार्ड से उसकी पहचान ओडि़सा राज्य के पुरबकोटे, जाजापुर निवासी उप रमेश के पुत्र उल शीबा (34) के रूप मे की गयी. इसके बाद ग्रामीणों ने उसे पकड़ कर बिजली के पोल से बांध दिया और उसकी धुनाई कर दी. मारपीट के क्रम में उसने स्वीकार किया कि वह एक साइबर अपराधी है. ग्रामीणों ने इस साइबर अपराधी की जानकारी पुलिस को दी.