


हाथियों ने हेमंत साव, प्रेम साव, रविंद्र साव, मनोज साव, बाला साव, चौतरी साव, गोवर्धन साव और हरिचंद्र साव सहित कई किसानों की फसलें को रौंद कर नष्ट कर दिया. लोगों ने टॉर्च और मशाल की मदद से किसी तरह झुंड को भगाया. सूचना के बाद वन विभाग की टीम नहीं पहुंची. इससे ग्रामीणों मे खासा आक्रोश है.
पीडि़तो ने जिला प्रशासन और वन विभाग से फसलों व पशुधन के नुकसान की भरपाई करने और हाथियों को गांव के इलाके से दूर रखने की ठोस व्यवस्था की मांग की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि बालूमाथ प्रखंड में बीते कुछ वर्षों से हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है.
लेकिन राज्य सरकार और वन विभाग इस गंभीर समस्या के समाधान के प्रति उदासीन हैं. उन्होंने बताया कि हाथियों का झुंड अभी भी आसपास के जंगलों में डेरा जमाए हुए है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. प्रभावित गांवों की पहचान, मुआवजा वितरण की पारदर्शी व्यवस्था और ग्रामीणों की भागीदारी से जागरूकता अभियान चलाने की बात कही. 