


हमले के दौरान वृद्ध ने हिम्मत न हारते हुए लड़ते हुए शोर मचाया। आस पास के ग्रामीणों ने शोर सुनकर मौक पर पहुंचे और शोर मचाकर किसी तरह भालुओं को भगाया और घायल को सुरक्षित बाहर निकाला। हमले के बाद वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गये। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों की मदद से उन्हें इलाज के लिए महुआडांड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वही डॉ अमित खलखो के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। हालत को गंभीर देखते हुए घायल वृद्ध को रेफर किया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही वनपाल महुआडांड़ मौके पर पहुँचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को तत्काल मदद के रूप में पाँच हजार रुपये उपलब्ध कराये और कहा कि शेष मुआवजा की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ समय से जंगल से भालुओं का गाँव की ओर आना बढ़ गया है। दिन में भी खेतों और रास्तों पर भालुओं की मौजूदगी देखी जा रही है, जिससे लोगों में दहशत है। ग्रामीणों ने प्रशासन व वन विभाग से सुरक्षा व्यवस्था करने की माँग की है। वहीवन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगल व खेतों में जाते समय सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना दें।