सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं की किस प्रकार धज्जियां उड़ाई जा रही है, इसकी एक बानगी पलामू के मनातू प्रखंड के चक पंचायत में देखने को मिली. साल 2022-23 में चक पंचायत के ग्राम करमाही ग्राम निवासी कौशम यादव के नाम से एक एकड़ भूमि पर बिरसा हरित आम बागवानी योजना स्वीकृति दी गई थी. इसका वर्क कोड संख्या 2744353 है. इस आम बागवानी में मनरेगा मजदूर की राशि निगम शर्मा, पूजा कुमारी, श्याम मिस्त्री, राजपतिया देवी, सहेंद्र कुमार प्रजापति, सोनी देवी, सरिता देवी, पिंटू कुमार यादव, कौसम यादव और जावेद अंसारी के नाम से 29,274 रुपए की निकासी कर ली गई है. ग्रामीणों की शिकायत पर जब पत्रकारों की टीम कार्यस्थल पहुंची तो अवाक रह गयी. पत्रकारों ने देखा कि आम बागवानी की जगह वहां आलू की फसल लगाया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि कर्मियों व अधिकारियों की सांठगांठ से सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा को सिर्फ कागज पर ही क्रियान्नवित कर दी जा रही है. यही कारण है कि गांव के ग्रामीण मजदूर को मनरेगा में काम नहीं मिलने से दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर हैं. इस संबंध में जब मनातू प्रखंड के बीपीओ रणधीर कुमार से संपर्क की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हें नहीं है. कनीय अभियंता से जांच करायी जायेगी. मामला सही होने पर कार्रवाई भी की जायेगी.