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चिकित्सकों में अस्पताल उपाधीक्षक डा अखिलेश्वर प्रसाद, रूचीरा वर्मा व अरूण कुमार शरण शामिल थे. शव को छोटू खरवार के बड़े भाई बालकिशुन सिंह को सौंप दिया गया. इस दौरान सदर अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. पुलिस के जवानों को अस्पताल के सभी गेटों पर तैनात किया गया था. मौके पर सिविल सर्जन डा अवधेश कुमार सिंह समेंत सदर अस्पताल के कई व अन्य कर्मी मौजूद थे. बता दें कि 26 नवंबर की रात्रि छोटू खरवार की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.
जैसी की सूचना है कि उसके साथियों ने ही आपसी विवाद में उसकी हत्या की थी. छोटू खरवार का शव छीपदोहर थाना क्षेत्र के चुंगरू पंचायत के छापर गांव के भीमपाव जंगल में पाया गया था. छोटू खरवार रिजनल कमांडर था और लातेहार के अलावा गुमला, लोहरदगा और छतीसगढ़ के कई इलाकों में उसका आतंक था.