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मनरेगा में भ्रष्टाचार अब नहीं चलेगा, बैठक कर लाभुकों ने खोला मार्चो

लातेहार। लातेहार प्रखंड में मनरेगा योजनाओं में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है. इसे ले कर लाभुकों ने मोर्चा खोल दिया है. स्थानीय माको डाक बंगला में रविवार कोक एक बैठक कर लाभुकों ने कहा कि जब तक मनरेगा की योजनाओं में भ्रष्टाचार नहीं रुकेगा, तब तक वे कोई काम नहीं करेंगे. बैठक में संतोष यादव, गुड्डू अंसारी, विकास यादव, उदय राम, राजेश यादव, शारु अंसारी, राजेश प्रसाद, संदीप प्रसाद समेत दो दर्जन से अधिक लाभुकों ने आरोप लगाया है कि बीपीओ, कंप्यूटर ऑपरेटर सहायक अभियंता व कनीय अभियंता के द्वारा योजनाओं में चार से सात प्रतिशत तक की वसूली की जा रही है.
लाभुकों ने बताया कि योजना एंट्री के नाम पर बीपीओ द्वारा दो हजार, मास्टर रोल में नाम जोड़ने पर दो प्रतिशत और सेकंड जिओ छोड़ने के नाम पर एक हजार रुपए लिए जा रहे हैं. पैसा नहीं देने पर मास्टर रोल पर साइन नहीं किया जाता. कनीय अभियंता के द्वारा ईएमबी के नाम पर पांच प्रतिशत अलग से वसूली किया जाता है. इस कारण मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है. लाभुकों का कहना है कि लातेहार प्रखंड में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है.
इसकी जानकारी बीडीओ समेत जिले के अधिकारी को भी है, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से संबंधित कर्मियों का मनोबल बढ़ गया है. लाभुकों ने आरोप लगाया कि बीपीओ द्वारा लाभुकों को बेवजह परेशान किया जाता है. बैठक के बाद सभी लाभुकों ने जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव को आवेदन सौंपा है. विनोद उरांव ने कहा कि लाभुकों का आवेदन मिला है. उन्होंने माना कि प्रखंड में भ्रष्टाचार चरम पर है. कहा कि इसकी जानकारी बीडीओ को दी गई, लेकिन वे भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रहे हैं.



