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नेतरहाटराज्‍य

प्रति वर्ष नाशपाती बागान से सरकार को होती है लाखों रूपये की आमदनी

आशीष टैगोर 

  • पिछले दस साल में 12 गुणा बढ़ गयी है नीलामी की राशि

  • साल 2014-15 में मात्र 5.65 लाख रूपये में हुई थी नीलामी, इस साल 60.70 लाख रूपये में हुई है नाशपाती बागान की नीलामी

लातेहार। नेतरहाट का नासपाती बागान इन दिनों सुर्खियों में है. पिछले रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे के क्रम में राज्‍यपाल संतोष कुमार गंगवार ने नेतरहाट के नासपाती बागान का भ्रमण किया था. उन्‍होने नेतरहाट की  नैसर्गिक खुबसूरती और इस नासपाती  बगान की मुक्‍त कंठ से प्रशंसा की थी. उन्‍होने खुद से बागान से नासपाती के फल तोड़े थे. उनकी यह तसवीर भी खुब सुर्खियां बटोर रहा है. बता दें कि जिले की पहाड़ी नगरी नेतरहाट अपनी नैसर्गिक खुबसूरती के लिए जानी जाती है. यहां की आबोहवा सालों भर खुशगवार रहती है. नेतरहाट की जलवायु नाशापती के फलों के काफी उपयुक्त है. नेतरहाट की नाशपाती बागान से सरकार को प्रति वर्ष लाखों रूपये की आमदनी होती है. पिछले साल नाशपाती बगान की नीलामी 52 लाख हजार रूपये में की गयी थी. इस वर्ष इस बागान की नीलामी 62.70 लाख रूपये में की गयी है. पिछले दस सालों में नीलामी की राशि 12 गुणा से अधिक बढ़ गयी है. साल 2014-15 में मात्र 5.65 लाख रूपये में नासपाती बागान की नीलामी हुई थी.

पांच हजार से अधिक नाशपाती के पौधे हैं

कृषि विभाग के द्वारा वर्ष 1982-83 में प्रयोग के तौर पर यहां नाशपाती के पौधे लगाये गये थे और यह प्रयोग काफी सफल रहा था. इसके बाद वर्ष 1999 में नाशपाती की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए वृहत रूप में 450 एकड़ भूमि पर नाशपाती के पौधे लगाये गये. वर्ष 2004-05 में इस बगान का विस्तारीकरण किया गया. एक अनुमान के अनुसार यहां पांच हजार से अधिक नाशपाती के पेड़ हैं. विस्तारीकरण के बाद नेतरहाट राज्य का सबसे बड़ा नाशपाती उत्पादक क्षेत्र बन गया. प्रति वर्ष जुलाइ व अगस्त महीने में प्रति दिन तीन से चार क्विंटल से अधिक नाशपाती के फल पेड़ों से टुटते हैं. यहां की नख प्रजाति की नाशपाती की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर की है. यही कारण है कि इसकी डिमांड पड़ोसी राज्य बंगाल और बिहार के अलावा महाराष्ट्र एवं दिल्ली में भी खूब है.car nvc

रांची से होती है नाशपाती बागान की नीलामी

प्रति वर्ष रांची स्थित संयुक्त कृषि निदेशक कार्यालय से नाशपाती बागान की नीलामी की जाती है. इस वर्ष नाशपाती बागान की नीलामी 62.70 लाख रूपये में रांची के व्‍यापारियों को की गयी है.  वर्ष 2024 में 52 लाख रूपये में नाशपाती बागान की नीलामी हुई थी. जबकि साल 2023 में नाशपाती बागान की नीलामी 50 लाख में की गयी थी. वर्ष 2020-21 में 44.20 लाख रूपये में नीलामी हुई थी. 2019-20 में कोरोना संक्रमण के कारण नाशपाती बागान की नीलामी नहीं हो पायी थी. वर्ष 2018-19 में नाशपाती बागान की नीलामी 46 लाख रूपये में हुई थी. वर्ष 2014-15 में 5.65, वर्ष 2015-16 में 14.85 और वर्ष 2017-18 में नासपाती बागान की नीलामी 27.60 लाख रूपये में हुई थी.

Ashish Tagore

Bureau Head Shubhamsanwad.com 9471504230/9334804555

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