लातेहार। एक समय था जब उग्रवादी संगठन जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा झारखंड पुलिस के साथ मूवमेंट करता था और नक्सल विरोध अभियानों में वह पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के साथ होता था. यह करीब पांच से सात साल पहले की बात है. 16 दिसंबर 2018 को जंगल की एक फोटो वायरल हुआ था, फोटो में सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान थे और साथ में जेजेएमपी का सुप्रीमो पप्पू लोहरा व सुशील उरांव भी था. हैरानी की बात यह है कि तब भी पप्पू लोहरा पर 10 लाख इनाम था. हालांकि फोटो सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय व सीआरपीएफ के अधिकारियों ने इस तस्वीर की जांच कराने की बात कही थी. हालांकि यह कभी सार्वजनिक नहीं हो पायी. लेकिन बाद में यही पप्पू लोहरा पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया. आज पुलिस को उसी के साथ मुठभेड़ करना पड़ रहा था. पुलिस ने पप्पू लोहरा को मोस्टवांडेड घोषित किया था. सरकार ने उसके सिर पर दस लाख रूपये का इनाम घोषित किया था. शनिवार ( 24 मई) की अहले सुबह ही पुलिस और जेजेएमपी के उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में पप्पू लोहरा व उसका साथी प्रभात लोहरा मारा गया. यह मुठभेड़ सलैया के जंगल में हुई थी.
जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे डिप्टी कमांडेंट
लातेहार जिले के सलैया जंगल में 28 सितंबर 2021 को सुरक्षाबलों की जेजेएमपी के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी. इसमें बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये थे. वह प्रतिनियुक्ति पर झारखंड जगुआर में सेवा दे रहे थे. हालांकि इस मुठभेड़ में एक नक्सली भी मारा गया था. जेजेएमपी के साथ मुठभेड़ में यह पहली घटना थी, जब पुलिस को इतनी बड़ी क्षति उठानी पड़ी थी. इससे पहले लोहरदगा जिला में 18 जुलाई 2019 को पुलिस व जेजेएमपी के साथ मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में जेजेएमपी के तीन उग्रवादी मारे गए थे.
आतंक का पर्याय बन चुका था पप्पू लोहरा
पप्पू लोहरा के लातेहार व लोहरदगा जिला व आसपास के क्षेत्रों में आतंक का पर्याय बन चुका था. क्षेत्र के संवेदक, कोयला व ईंट भठ्ठा व्यवसायी व रेलवे कांट्रेक्टर उसके कारण दशहत में रहते थे. पप्पू लोहरा उन्हें डरा धमका कर लेवी वसूल करता था. लेवी के कारण कई हिंसक कार्रवाई को अंंजा दे चुका था. इस कारण क्षेत्र में उसके नाम से दशहत था.
जेजेएमपी के कई उग्रवादी कर चुके हैं सरेंडर
जेजेएमपी के कई उग्रवादी सरेंडर कर चुके हैं. इनमें जोनल कमांडर मनोहर परिहया, एरिया कमांडर रघुनाथ सिंह खेरवार, सतेंद्र यादव उर्फ अभिमन्यु, संजय प्रजापति व दीपक कुमार भुईंया उर्फ कुंदन जी का नाम शामिल है. पुलिस के साथ जेजेएमपी के उग्रवादियों के साथ कई बार मुठभेड़ हुई है, लेकिन हर बार पप्पू लोहरा पुलिस को चकमा दे कर भागने में सफल रहता था. लेकिन 24 मई की हुई अहले सुबह मुठभेड़ में पुलिस ने पप्पू लोहरा व उसके एक साथी को ढेर कर दिया.