लातेहार। मनरेगा की योजनाओं में भ्रष्टाचार की लकीर बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी माना है कि प्रखंड व अंचल कार्यालय पर बिचौलियों का राज चल रहा है. हर दिन कहीं न कहीं ब्लॉक स्तर से क्रियान्वित कल्याणकारी व महत्वाकांक्षी अबुआ आवास, 15 वें वित्त आयोग, महिला एवं बाल विकास व आंगनबाड़ी द्वारा संचालित योजनाओं के साथ मनरेगा की योजनाओं गबन, अनियमितता व भ्रष्टाचार उजागर हो रहे हैं.
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हम आज बात कर रहे हैं लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड की. यहां इसी तरह एक भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. प्रखंड के पंचायत उक्कामाड़ में अमरेश राम के खेत में बिरसा सिंचाई संबर्धन मिशन कूप निर्माण कार्य में मनरेगा के नियमों की धज्जियां उड़ाते भ्रष्टाचार की हदें पार कर दी है. कूप निर्माण कार्य पोकलेन मशीन के द्वारा लगभग बीस फीट की खोदाई कर दी गई है. लाभुक के एकलौते पुत्र ने बताया कि उसके पिता के नाम कूप सेंक्शन हुआ है. उसे उनके खेत के बीच में निर्माण कार्य किया जाना था. अब बिचौलिया व कर्मी के द्वारा स्थल परिवर्तित कर दिया गया है. उस स्थान पर कूप निर्माण कराया जा रहा है, जहां पहले से ही छोटा कूप कच्चा निर्माण था. यहां तकरीबन 15 फीट से अधिक गहराई था.
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उसने बताया कि उसे बताया गया कि यह पुराना फंड से है और यहीं पर बनेगा. जबरदस्ती वहां पोकलेन मशीन से खुदाई करवा दिया गया है. इसके विरुद्ध ग्रामीण प्रखंड विकास पदाधिकारी बरवाडीह को आवेदन करने वाले हैं. अब सवाल उठता है कि उक्त कूप निर्माण कार्य का जिओ टैग कहां और कैसा किया जा रहा है. जबकि उक्त योजना में दो एमआर के साथ लगभग 15 हजार का भुगतान किया जा चुका है. ऐसे में किन- किन मजदूरों के बैंक खाते में राशि भेजी गई है वैसे मजदूरों के जॉब कार्ड निरस्त करने की जरूरत है.