


पंचायत प्रखंड मुख्यालय से लगभग 35 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. लेकिन आजादी के 75 वर्षों और 21वीं सदी में पहुंचने के बाद भी यहां पक्की सड़क और बिजली कनेक्शन का अभाव है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होने के कारण आवागमन में भारी परेशानी होती है. बिजली न होने से कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतें भी प्रभावित हैं.
सभा में उपस्थित ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से एक पंचायत स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के द्वारा 11 नवंबर को लातेहार जिला मुख्यालय जाकर बिजली विभाग के पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि निश्चित समय सीमा में बिजली की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे बिजली विभाग कार्यालय में तालाबंदी करेंगे. इस मौके पर ग्राम प्रधान अशोक यादव, नेमा सिंह, उद्यनाथ सिंह, इन्द्रनाथ कोरवा, मनिता देवी, ललिता देवी, महेश सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.