बालूमाथ ,(लातेहार)। घनी आबादी क्षेत्र हेरहंज प्रखंड के जानी ग्राम से बालूमाथ शहर के बीच भारी वाहनों का सुबह 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक परिचालन बंद करने (नो एंट्री) की मांग अब जोर पकड़ते जा रही है. इसके अलावा बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए विभिन्न चौक-चौराहों पर ठोकर लगाने की जा रही है.
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इसे ले कर बालूमाथ निवासी पप्पू यादव एवं कुलदीप भोगता ने उपायुक्त, लातेहार को संबोधित एक ज्ञापन मंगलवार को सौंपा है. उन्होने एसएच- 10 में भारी वाहन (हाइवा व ट्रक) का अत्यधिक परिचालन की वजह से हाल के दिनों में हुई सड़क दुर्घटनाओं से अवगत कराया है.
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इसके अलावा कहा कि यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. दुर्घटना में अब तक दर्जनों लोगों की मृत्यु भारी वाहन (हाइवा) की चपेट में आने से हुई है. कई लोग जीवन और मृत्यु से जूझ रहे हैं. एसएच 10 में नवादा से बालूमाथ तक कई निजी एवं सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को आने-जाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. बच्चे ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से परेशान हो रहे हैं.
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की जनता में भारी वाहन के परिचालन और उससे होने वाले समस्या से आक्रोश हैं. बालूमाथ शहर में 24 घंटे जाम की स्थिति बनी रहती है. जिससे सवारी बस एवं लोगों के आवागमन करने में काफी दिक्कत होती है. ग्रामीणों ने एसएच- 10 में सुबह 7 बजे से रात्रि के 9 बजे तक भारी वाहन के परिचालन रोकने की मांग की है.