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डाक्‍टर भगवान का स्‍वरूप होते हैं, पेशे को बदनाम ना करें

जिप उपाध्‍यक्ष अनीता देवी ने दी चिकित्‍सकों को सलाह

Latehar, 10 Dec. 2024

बालुमाथ (लातेहार)। जिला परिषद उपाध्‍यक्ष अनीता देवी शेरेगढ़ा की असरीता कुमारी का हालचाल लेने अस्‍पताल पहुंची. बता दें कि असरीता रांची के एक नीजि‍ अस्‍पताल में प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती हुई थी. परिजनों का आरोप है कि इलाज के अभाव में असरीता की जुड़वा संतान पेट में ही मर गये. पैसे के अभाव में अस्‍पताल प्रबंधन ने उसका इलाज करने से मना कर दिया था. यह खबर सुन कर जिप उपाध्‍यक्ष अनीता देवी उपायुक्‍त, रांची से इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया था.

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शुभम संवाद.कॉम और अन्‍य सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म में यह खबर प्रसारित होने के बाद उपायुक्‍त, रांची के निर्देश पर सिविल सर्जन रांची के द्वारा डीपीएम सदर हॉस्पिटल रांची प्रवीण सिंह एवं डीडीएम संजय तिवारी को मरीज का जायजा लेने और बिल का भुगतान नहीं करने पर इलाज नहीं करने की जांच हेतु अस्‍पताल भेजा गया था.  जांच टीम से जिप उपाध्यक्ष ने सारी जानकारी ली.  जिप उपाध्‍यक्ष ने भी चिकित्‍सकों को असरीता का इलाज करने की बात कही. उन्‍होने कहा कि अगर असरीता के इलाज में लापरवाही की गयी तो अस्‍पताल व चिकित्‍सकों पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जायेगी. उन्‍होने चिकित्‍स्‍कों को कहा कि डाक्‍टर को इश्‍वर का स्‍वरूप माना जाता है, इस पेशे को बदनाम नहीं करें.

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जिप उपाध्‍यक्ष ने असरीता के परिजनों से मिलकर उनका हाल-चाल लिया.  मरीज की बहन पिंकी कुमारी ने बताया की किस प्रकार अस्पताल प्रबंधन अपना मनमानी कर रहा है, रुपया नहीं देने पर इलाज नहीं कर रहा है और उनकी बहन की हालत दिनों दिन गंभीर होती जा रही है.  पेट में एक-एक करके दोनों बच्चे मर गए. उन्‍होने बताया कि 80 हजार रूपये अब तक जमा कराये जा चुके हैं, लेकिन अस्‍पताल प्रबंधन डेढ़ लाख रूपये और मांग रहा है.

Shubham Sanwad

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