लातेहार। जिले के मनिका प्रखंड के रांकीकला पंचायत के लंका गांव निवासी रामजी सिंह पर उस समय दु:खों का पहाड़ टुट पड़ा, जब उन्हें रेलवे ने सूचना दी कि उनके बेटे की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी. यह सुनते ही घर में कोहराम मच गया. घर की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. उन्हें इस बात का जरा भी अंंदेशा नहीं था कि केरल कमाने गया उनका बेटा राजेश सिंह जिंदा घर नहीं लौट सकेगा.
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दरअसल वह केरल कमाने गया था. वह केरल से काम करके ट्रेन से लौट रहा था. 14 जनवरी को तमिलनाडु के जिला इरोड मे वह पानी लेने ट्रेन से नीचे उतरा था. पानी ले ही रहा था कि ट्रेन स्टेशन से खुल गई. राजेश सिंह ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ा. लेकिन मौत उसका पीछा कर रही थी, उसका पैर फिसल गया और वह ट्रेन के नीचे गिर गया. ट्रेन से कट कर उसकी मौत हो गयी.
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राम जी सिंह ने बताया कि मंगलवार को रेल प्रशासन ने उसके बेटे के ट्रेन से कट कर मारे जाने की सूचना दी थी. रामजी सिंह ने कहा कि वह गरीब मजदूर है. उसके बेटे के शव को लाने के लिए उसके पास पैसे नहीं है. उसने सरकार एवं जिला प्रशासन से उसके बेटे का शव मगांने की गुहार लगायी है. हालांकि रामजी सिंह ने बताया कि श्रम विभाग के द्वारा शव मंगाने के लिए आर्थिक सहायता देने का आश्वासन मिला है.