लातेहार। राजबार कोयला माइंस (खनन परियोजना), औरंगा कोलफीड के पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के द्वारा गुरूवार को जिला स्टेडियम परिसर में लोक सुनवाई का आयोजन किया गया.
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जनसुनवाई में बतौर मुख्य अतिथि अपर समाहर्ता रामा रविदास उपस्थित थे. उन्होने अपने संबोधन में कहा कि इस परियोजना में कुल छह गांव लिये गये हैं. इनमें जेरांग, राजबार, रेंची, लेजांग, डड़ेया और सेरक गांव का नाम शामिल है.
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उन्होने आगे बताया कि उन्होने बताया कि राजबार कोल परियोजना भारत सरकार के द्वारा बोकारो में प्रस्तावित एक पावर प्लांट के लिए आवंटित किया गया है. इस परियोजना के तहत 1358 हेक्टेयर भूमि प्रभावित होगी.
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वार्षिक उत्पादन का लक्ष्य दस मिलीयन टन प्रति वर्ष निर्धारित है. कार्यक्रम मे रजवार कोल ब्लॉक परियोजना के पर्यावरणीय स्वीकृति को लेकर जनसुनवाई किया गया. इसमें छह गांव के ग्रामीण उपस्थित हुए् ग्रामीणों ने जनसुनवाई में अपनी बातों को रखा.
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उन्होने प्रावधानों के अनुसार मुआवजा, नौकरी व अन्य सुविधायें प्रदान करने की मांग की. कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रावधानों के हर खनन परियोजना क्षेत्र में हर प्रकार की सुविधायें प्रदान की जायेगी. उन्होने कहा कि क्षेत्र में खदान खुलने से क्षेत्र के लोगो को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र विकास तेज गति से होगा.
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मौके पर लातेहार अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो, चंदवा जयशंकर पाठक और बालूमाथ के अंचलाधिकारी समेंत टीवीएनएल के अधिकारी आदि मौजूद थे.