छोटू खरवार का शव उठाने में पुलिस काफी एहतियात बरत रही है. डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच कर शव का मुआयना किया. डॉग स्क्वायड की टीम के द्वारा शव व आसपास के क्षेत्रों में मुआयना किया. बम निरोध दस्ते की टीम ने भी शव का मुआयना किया. इस दौरान यंत्र में बीप की आवाज आयी. इससे पता चला कि शव के अंदर गोली या अन्य डिवाइस फंसी है. बता दें कि मृतक छोटू खरवार के सीने में एक चीरा पाया गया है. चीरा लगाकर उसकी सिलाई की गई थी. ऊपर से उस पर काला पेंट किया गया है. इसके बाद पुलिसकर्मी सतर्क हो गये. यहां यह बता दे कि इससे पहले भी कटिया जंगल मुठभेड़ में माओवादियों ने एक जवान के पेट में बम प्लांट कर दिया था.रांची में रिम्स में पोस्टमार्टम के दौरान यह पता चला था. बता दें कि आपसी रंजीश में छोटू खरवार की उसके ही साथियों ने गोली मार कर हत्या कर दी है. समाचार लिखे जाने तक शव घटना स्थल पर ही था.
पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील
घटना के बाद पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस के जवानों ने इलाके को सील कर दिया है. जिस ओर शव है, उस ओर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर इस घटना के बाद छोटू खरवार के गांव में सन्नाटा छा गया है.. परिजनों में भी शोक का माहौल है. बता दें कि छोटू खरवार दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद माओवादी के बाल दस्ते में शामिल हुआ था और रिजनल कमिटि तक पहुंचा था. वह जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के सिकिद गांव का रहने वाला था. अदालत के आदेश पर उसके घर में आत्मसमपर्ण करने के लिए इस्तेहार चिपकाया जा चुका था और कुर्की जब्त की कार्रवाई भी की गयी थी. जबकि छोटू खरवार की पत्नी रांची के होटवार जेल में बंद है.