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बढ़निया गांव के महिला इको विकास समिति ने जंगल बचाने का लिया संकल्प

हम महिलाओं के होते जंगलों को नहीं हो सकता नुकसान: मेरी

मयंक विश्वकर्मा । बरवाडीह

बरवाडीह (लातेहार) । छिपादोहर पश्चिमी वन क्षेत्र के बढ़निया गांव के महिला इको विकास समिति ने अपने गांव के जंगल को नष्ट होने से बचाने का संकल्प लिया है. शुभम संदेश के संवाददाता बढ़निया गांव पहुंच कर महिला इको विकास समिति से मुलाकात कर बातचीत की. इस दौरान महिला इको विकास समिति के अध्यक्ष मेरी सुरीन ने बताया कि महुआ के दिन में ग्रामीण हमारे जंगल में आग लगा दिए थे. इसकी जानकारी रात को लगभग 11 बजे मिली. उसके बाद  हम सभी महिला समिति के लोग रात को ही जंगल पहुंच कर विभाग द्वारा दिए गए ब्लोअर से आग को बुझाया और आगे से जंगल में आग नही लगाने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक भी किया.

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मेरी सुरीन ने बताया कि हमलोग इको विकास समिति से जुड़े है हमलोग खुद को अपने गांव के जंगल के लिए समर्पित कर दिए है. हमलोग अपने जंगल एवं जंगली जानवर को कभी भी नुक्सान नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि जंगल का नुक्सान होता है तो जंगली जानवर हमारे गांव में आ कर हम सभी को नुक्सान पहुंचते है.  इसलिए जंगली जानवर को सुरक्षित रखने के लिए हम सभी को जंगल को सुरक्षित रखना होगा.

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महिला इको विकास समिति ने श्रम दान से जंगल में बनाया चेक डैम

बढ़निया गांव के महिला इको विकास समिति के लोगो ने जंगल में बहने वाले जंगली नाला में कई स्थानों पर श्रम दान से गली प्लानिंग के तहत छोटा–छोटा चेक डैम बना कर पानी, मिट्टी एवं बालू को रोकने का प्रयास किया गया है. यह आज बहुत ही कारगर साबित हो रहा है. महिला इको विकास समिति के लोगो ने बढ़निया के भरहुल टुंगरी जंगल के नाला में कई जगहों पर छोटा–छोटा चेक डैम बनाया है. चेक डैम बनाने में इको विकास समिति के अध्यक्ष मेरी सुरीन, मेरी गुड़िया, सुषमा केरकेट्टा, शेलस्टीना टोपनो, फुल्जेस टनडुलना, गबरियाल सोय, सुनील टोपनो, मंगला बोदरा, मातिस भेंगरा के साथ प्रभारी वनरक्षि समीर कच्छप, टीपीएफ इलियस टोपोनो, टीपीएफ लुकास टोपनो समेत कई ग्रामीण भी मौजूद थे.

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महिला इको विकास समिति का कार्य सराहनीय है : रेंजर

 छिपादोहर पश्चिमी वन क्षेत्र रेंजर अजय टोप्पो ने कहा की बढ़निया गांव के महिला इको विकास समिति ने जो कर दिखाया है वह काफी सराहनीय है. महिला समिति अपने घर को देखते हुवे जंगल को भी देख रही है. जंगल को पूरी तरह से सुरक्षित कर रही है, जो इन महिला समिति और विभाग के बहुत ही खुशी की बात है.

Shubham Sanwad

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