लातेहार। शहर क्षेत्र के चंदनडीह ग्राम में परंपरागत तरीके से तिलकुटिया जतरा का मनाया गया. ग्रामीणों की मानें तो यह जतरा वर्षों से चली आ रही है. प्रत्येक वर्ष पौष माह के शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि को यह जतरा मनाया जाता है. इससे पहले एक यात्रा निकाली गयी. यात्रा पोस्ट ऑफिस स्वास्थ्य केंद्र से प्रारंभ हुई और चंंदनडीह गांव के घमेल स्थान पर पहुंची.
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यहां परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना कर ग्राम देवता की पूजा की गई. लोगों ने ग्राम देवता से खुशहाली और समृद्धि की कामना की. गांव के जेठ रैयत महतो, वीरू उरांव और अन्य बुजुर्गों ने बताया कि यह स्थल सैकड़ों वर्षों से उनके पूर्वजों की पूजा का स्थान है.
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लेकिन हाल ही में इस पवित्र स्थल पर अतिक्रमण की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिससे ग्रामीणों में गहरा असंतोष है. पूर्व वार्ड पार्षद इंद्रदेव उरांव ने इस परंपरा के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्होने यहां किये जा रहे अतिक्रमण को रोकने की मांग की.
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उन्होंने कहा कि भूमि माफियाओं की नजर इस भूमि पर है. मौके पर राजू पुजार, वीरू उरांव, शांति उरांव, पर्वती उरांव, राजमणि उरांव, हीरामणि उरांव, सरस्वती उरांव, सोहरी उरांव, गुलाबी भुइयां, शिबू लोहार, शिव बरत भुइयां समेंत कई ग्रामीण मौजूद थे.