लातेहार। साल 2017 में दिल्ली काम करने गयी एक लड़की का लातेहार पुलिस ने दिल्ली में रेस्क्यू कर लातेहार लाया और परिजनों को सौंप दिया. दरअसल जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र की चीरोपाठ ग्राम निवासी अंजेला नगेशिया आज से आठ साल पहले दिल्ली में घरेलु काम करने गयी थी. 2018 से उसका कुछ अता पता नहीं चल रहा था. लातेहार की साइबर सेल की मदद से उसका दिल्ली में रेस्क्यू कर लातेहार ला कर परिजनों को सौंप दिया गया.
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अंजेला नगेशिया व अन्य दो लड़कियों को दिल्ली में घरेलू काम के लिए भेजा गया था. तीन स्थानीय लोगों ने उन्हें सुनीता मुरमुरिन और उसके पति ब्रजकिशोर सिंह के प्लेसमेंट ऑफिस में भेजा था. एक लड़की बीमार होकर वापस लौट आई. जबकि अंजेला वहीं काम करती रही. अधिक काम करने की वजह से अंजेला बीमार पड़ गई. इसके बाद सुनीता ने उसे बिरेन्द्र कुमार गुप्ता के घर काम पर लगा दिया. तीन महीने काम करने के बाद भी पैसा नहीं मिलने पर वह 2018 में वहां से भाग गई. उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला. एंजेला के माता पिता ने साल 2023 में महुआडांड थाने में उसकी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई.
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मामला दर्ज करने के बाद जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया. जांच के क्रम में लातेहार साइबर सेल की मदद से पता चला कि अंजेला ने 2023 में अपने आधार कार्ड से मोबाइल सिम लिया था. पिछले 13 अप्रैल को एसआईटी टीम दिल्ली पहुंची. साइबर सेल से मिली लोकेशन के आधार पर रूपनगर थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट से अंजेला को बरामद किया गया. टीम में पुलिस निरीक्षक पीर मोहम्मद, थाना प्रभारी इन्द्रदेव रजवार, महिला थाना प्रभारी सुशीला केसरी समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे. पुलिस अंजेला को ले कर लातेहार पहुंची और कागजी कार्रवाई पूरी कर उसे उसके माता पिता को सौंप दिया गया.