लातेहार। जबरन दुकान से हटाये जाने के विरोध में शराब दुकान में काम करने वाले दुकान प्रभारी व सहायकों ने अपने-अपने दुकानों को शुक्रवार को बंद कर दिया और नारेबाजी की. दुकानदारों ने बताया कि एक तो उन्हें पिछले छह माह (अक्टूबर) से मानव प्रदाता कंपनी केएस मल्टीफैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा उनका मानदेय नहीं दिया जा रहा है. अब उन्हें दुकान से जबरन हटाया जा रहा है.
विज्ञापन
उन्होने बताया कि शुक्रवार को कंपनी के कुछ लोग आये और उनसे दुकान को हैंड ओवर करने को कहा. इस पर दुकानदारों ने उन्हें कहा कि कंपनी उन्हें ऐसे कैसे हटा सकती है. यह नियमावली के खिलाफ है. एक तो कंपनी ने पिछले छह माह से मानदेय नहीं दिया है.
विज्ञापन
इस कारण उन्हें आजीविका चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चों की पढ़ाई व पठन पाठन सामग्री खरीदने में मुश्किलें आ रही है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. अब कंपनी उन्हें बिना किसी कारण बताये ही दुकानों से जबरन हटाना चाह रही है. वै ऐसा नहीं होने देगें. जरूरत पड़ी तो अदालत में जायेगें. आगे कहा क मानदेय भुगतान के बारे में जब मुख्य कॉ-आर्डिनेटर मनोज यादव से बातचीत की जाती है तो उनके द्वारा मानदेय नहीं देने और नौकरी से निकाल दिये जाने की धमकी मिलती है.
विज्ञापन
कंपनी के लोगों के द्वारा बीच-बीच मे कई बार अवैध ढंग से पैसे की भी मांग की जाती है, लेकिन जब हम लोगों ने अवैध रूप से पैसा उन्हें नहीं दिया तो उन्हें हटा कर अपने मन पंसद दुकान प्रभारी व सहायकों को बहाल कर कर मोटी कमाई व घपला करना चाहते हैं. बता दें कि मानदेय भुगतान की मांग को ले कर शराब दुकानों में तैनात दुकान प्रभारी व सहायकों ने समाहणालय के समक्ष धरना दिया था और उपायुक्त व उत्पाद अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था. इसके बाद ही कंपनी के द्वारा दुकानों को हैंड ओवर करने के लिए लगातार दवाब दिया जा रहा है.