Latehar: पिछले चार महीने से लंबित बकाया मानदेय की मांग को लेकर मानव दिवस विद्युत कर्मियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. हड़ताल के कारण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है. ब्रेकडाउन के कारण बरवाडीह, बेतला, छिपादोहर, गारू और महुआडांड़ सहित कई क्षेत्रों में बिजली सेवा बाधित हो गई है. बिजली नहीं रहने के कारण आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर छोटे व्यवसाय तक सभी इस समस्या से जूझ रहे हैं. पानी की आपूर्ति, शिक्षण संस्थान, अस्पताल और अन्य आवश्यक सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं.
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कर्मियों ने मां वैष्णवी कंस्ट्रक्शन पर लगाया आरोप
बिजली कर्मियों ने इस समस्या के लिए मां वैष्णवी कंस्ट्रक्शन कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है. कर्मियों ने कहा कि कंपनी द्वारा न केवल बकाया मानदेय का भुगतान रोका गया है, बल्कि मानदेय देने में भारी कटौती भी की जाती है. हेल्पर का 30 दिनों का मूल मानदेय 12,660 रुपया होना चाहिए, लेकिन उन्हें केवल 5 हजार से 6 हजार तक का भुगतान किया जाता है और वह भी 22 या 26 दिनों का. इसी तरह मिस्त्री का मानदेय 17,640 होना चाहिए, लेकिन उन्हें केवल 9 हजार से 10 हजार तक ही दिया जाता है. कर्मियों का कहना है कि वे दिन-रात काम करते हैं, लेकिन उनका मानदेय एक दैनिक मजदूर से भी कम है. पीएफ कटौती को लेकर भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं. कई बार पीएफ की 12.5 प्रतिशत कटौती की जाती है तो कभी नहीं. इससे कर्मियों के आर्थिक और मानसिक तनाव को बढ़ रहा है.
कंपनी की सुलह की कोशिश
मां वैष्णवी कंस्ट्रक्शन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दैनिक वेतन कर्मियों से फोन पर बातचीत कर सुलह कराने की कोशिश की. हालांकि, बिजली कर्मियों ने अपनी मांगों पर अड़े रहे और बातचीत को अस्वीकार कर दिया. कर्मियों का कहना है कि जब तक उन्हें बकाया मानदेय और उचित भुगतान नहीं मिलेगा, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे. हड़ताल पर गए कर्मियों ने यह भी कहा कि मां वैष्णवी कंस्ट्रक्शन और बिजली विभाग के अधिकारी उनकी समस्याओं को लेकर पूरी तरह उदासीन बने हुए हैं. बार-बार मांगों को उठाने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इस उदासीनता के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है.
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जिला परिषद का समर्थन
कर्मियों की समस्याओं को देखते हुए जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है. उन्होंने धरने में शामिल होकर कर्मियों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई और कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो यह आंदोलन और उग्र हो सकता है. सहायक अभियंता दुर्गा शंकर सिंह, यूनियन के अध्यक्ष सुधांशु पांडे हड़ताल पर बैठे मानव दिवस विद्युत कर्मियों से वार्ता कर मानने की कोशिश की, लेकिन कर्मियों को मनाने में विफल हो गए. सभी कर्मी अपनी मांगों को लेकर डेट रहे. समाचार लिखे जाने तक सभी कर्मी हड़ताल पर बैठे थे. धरना में पंकज कुमार, उमेश यादव, असलम अंसारी, रंजीत सिंह खरवार, आनंद सिंह, संजय कुमार सिंह, गणेश राम, पिंटू कुमार, दीपक कुमार, कैलाश सिंह, पप्पू यादव, चंदन कुमार, राहुल कुमार, निर्मल उरांव, संजय प्रजापति समेत कुल 73 कर्मी शामिल है.